नमस्कार मित्रों , मैं वंदना सिंह अपनी लेखनी में हिंदी , अंग्रेजी और हिंगलिश भाषाओं का इस्तेमाल करती हूँ , लेखन मेरा शौक है। लेखनी मेरे लिए एक मंच है जिस पर मैं अपने विचारों की श्रृंखला को शब्दों के रूप में पिरोकर प्रदर्शित करती हूँ।
मेरी अभिव्यक्ति -
मंजिलें मिल ही जाती हैं,बस रास्ते की पहचान बाकी है
दृढ निश्चय और धैर्य से,अपने शीर्ष पर पहुंचना बाकी है
हर नारी को यह संदेश है मंजिल से पहले रुकना नहीं
सबके ह्रदय में जोश जागृति हो,उद्देश्य ये मेरा बाकी है
____________वंदना
संपर्क माध्यम --------- vandanasinghvas@gmail.com
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